ज़िंदगी कितनी खूबसूरत है
उनसे पूछो जिन्हें मोहब्बत है,
फस्ल-ए-रंगत बहाल है उनकी,
जिनके चेहरे पे नूर-ए-उल्फत है,
उनकी बातें हैं महकती खुश्बू,
जिनके होठों पे ज़िक्र-ए-उल्फत है,
आँख दरिया है दिल समंदर है,
डूब जाने की जिन्हें हसरत है,
उनको लगता है के मै पागल हूँ,
मै ये कहता हूँ मेरी फ़ितरत है..!!