जागती रहना तुझे तुझसे चुरा ले जाऊँगा !!
हो के कदमों पे निछावर फूल ने बुत से कहा !
ख़ाक में मिल के भी मैं खुश्बू बचा ले जाऊँगा !!
कौन सी शै मुझको पहुँचाएगी तेरे शहर तक !
ये पता तो तब चलेगा जब पता ले जाऊँगा !!
कोशिशें मुझको मिटाने की भले हों कामयाब !
मिटते-मिटते भी मैं मिटने का मजा ले जाऊँगा !!
शोहरतें जिनकी वजह से दोस्त दुश्मन हो गये !
सब यह रह जायेंगी मैं साथ क्या ले जाऊँगा !!