बोझ सीने से हटाकर देखो,
राज़-ए-दिल अपना बताकर देखो,
हाय मै कुर्बा तेरे तवस्सुम पर,
कितना मीठा है ये खंज़र देखो,
डरे-डरे से वो और हम भी हैरान,
कितना दिलकश है मंज़र देखो,
फिर कभी भूल ना पाओगे मुझे,
तुम मेरे पास बैठकर देखो,
मोहब्बत एक हसीन धोखा सही,
मगर एक बार तो खाकर देखो,
दिल दरिया है और आँख समंदर देखो,
बड़े दिल का है ये वसर देखो,
क्या ये लायक है उनकी आमद के,
जाओ पहले अपना घर देखो.