"Kuch Jazbaat" can say everything in its own beautiful way and connected somewhere us to our heart with our deep emotions. It's express our Feeling, Love, Affection, Care, Sorrow and Pain.

Thursday, July 30, 2015

हर जगह से तेरी पहचान हटाई हमने

हर जगह से तेरी पहचान हटाई हमने,
बेसबब घर की हर इक चीज़ सजाई हमने,

जान ले लेती तेरी याद यक़ीनन एक दिन,
यूँ भुलाके तुझे ये जान बचाई हमने,

हमने की थी कभी जिनकी सलामती की दुआ,
उम्र भर उनके लिए दी है दुहाई हमने,

जिस तरफ से भी हुआ शिकवा अपनी नज़रों से,
फिर कभी उस तरफ ना आँख उठाई हमने,

फिर बुराई ही मिली है उसकी जानिब से,
जिसके भी साथ अगर की है भलाई हमने,

तेरी फिराक़ में भटके बहुत अब सोचते है,
कीमती ज़िंदगी क्यूँ ऐसे गँवाई हमने,

बेकरारी में जो लिखे थे कभी तेरे लिए,
उन्हीं खतों को आज आग लगाई हमने...!!