दिल कभी इस कदर दुखा ना था,
हाँ ऐसा तो कभी हुआ ना था,
दिल तो पहले भी टूटता था मगर,
दर्द इतना कभी हुआ ना था,
गुज़र जाती थीं आँधियाँ ख़ामोशी से,
शोर इतना कभी हुआ ना था,
तूफ़ां से भी टकराते रहे हम अक्सर,
बाल बांका मगर हुआ ना था,
कितने ही ख़ाब जले आँखों में,
पर कभी इस क़दर धुआँ ना था,
फेर हो जाता था समझने में,
फ़र्क़ इतना कभी हुआ ना था..!!