बड़ी प्यासी है नज़र आ भी जा,
रात बीते ना दिन गुज़रते है,
शाम का वक़्त है घर आ भी जा,
तन्हा तन्हा हूँ बहुत तेरे बिन,
अब नही होती गुज़र आ भी जा,
अपनी बाहों का सहारा दे मुझे,
कटे ना तन्हा सफ़र आ भी जा,
भीगे पलकें हैं कंपकपाते होंठ,
अपनी आगोश में भर आ भी जा,
कौन ता-उम्र रोकता है तुझे,
तू चले जाना मगर आ भी जा..!!