हर खुशी अपनी देना चाहता हूँ तुम्हें,
हमेशा खुश देखना चाहता हूँ तुम्हें,
तमाम उम्र मुझे भूल ना सको तुम भी,
यूँ भी मिलता है सुकू मेरे दिल को,
आँखें बंद करके जब मै सोचता हूँ तुम्हें,
सब-ए-फुरकत, मै लेटकर अक्सर,
चाँद सितारों में देखता हूँ तुम्हें,
सुनाना चाहता हूँ तुमको हाल-ए-दिल अपना,
कभी एक बार तन्हा मिलना चाहता हूँ तुम्हें,
एक मुद्दत से तुम्हारी आरजू है यूँ मुझको,
जैसे कई जन्मों से चाहता हूँ तुम्हें,
बजह तो मुझको जी नही मालूम,
हाँ ये सच है के चाहता हूँ तुम्हें,