कुछ राहगीर आये वहाँ से,
शायद लाये हों अफ़साना आपका,
ए हवा खुशबू लेकर आना उनकी,
नहीं चलेगा अब कोई बहाना आपका,
मालूम है आपको आदत है मुझे आपकी,
क्योकि मैं हूँ जाना पहचाना आपका,
हाँ भिगो दे उसे मेरे प्यार के रंग से,
सुख पड़ा है जो आशियाना आपका,
ये मौसम भी है दीवाना आपका,
ए सनम इनायत आपकी बहाना आपका..!!