हर रात आ कर मुझ को सुला जाना तुम,
आँखों को एक ख्वाब दिखा जाना तुम..
भर देना मेरे इस दिल को अपने जज़्बात से,
खामोश धड़कनों को धड़का जाना तुम..
क़ैद कर लेना मुझ को अपनी बाहों में,
बोहत उदास होते हैं लम्हे जुदाई के,
मुझे हसाना, थोड़ा मुस्कुरा जाना तुम..
रोशन कर देना मेरी सारी तन्हाइयों को,
अपनी मोहब्बत की शमा जला जाना तुम..
रूह-ओ-जिस्म को जिस से सुकून मिल जाए,
नगमा ऐसा कोई मुझ को सुना जाना तुम..
गुज़र जायेगी शब-ए -हिज्र बड़े आराम से,
मुझे खुद में कहीं बसा जाना तुम..
भुला ना पाए ये लब कभी नाम तेरा,
कुछ इस तरह मुझे अपना बना जाना तुम ♥♥♥..!!
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