मेरे मरने के बाद मेरी कहानी लिखना ।
लिखना मेरे हर जख्म मेरे दर्द का हिसाब ।
उन बेसुमार बेखुमारी के जज़्बात लिखना ।।
और लिखना मेरे तरसते होठों की खुशी ।
कैसे बरसे मेरी आँखों से पानी लिखना ।।
और लिखना के उसे इंतज़ार तो बहुत था तेरा ।
आख़री साँसों मे वो हिचकियों की रवानी लिखना ।।
लिखना के मरते वक़्त भी देता था दुआ तुझको ।
खुली रही ये आँखे इंतेज़ार में तेरे लिखना ।।
तूने कहा था कभी न छोडुंगी हाथ तेरा ।
हाथ बाहर थे क़फ़न से ये निशानी लिखना ।।
~Abhi~